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Ujaas Energy ltd Share : अरे ये क्या! उजास एनर्जी के शेयर ने पकड़ी रफ्तार, 1 साल में दिया 20,634 प्रतिशत रिटर्न

Ujaas Energy ltd Share : भारत सौर ऊर्जा क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ रहा है। 2023 में भारत सौर ऊर्जा उत्पादन के मामले में जापान को पीछे छोड़कर दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। 2015 में भारत के बिजली उत्पादन में सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी 0.5% थी। 2023 तक यह प्रतिशत बढ़कर 5.8% हो जाएगा। सौर ऊर्जा से जुड़े व्यवसायों को जबरदस्त सफलता मिली क्योंकि इसका आकर्षण बढ़ा और निवेशकों को भारी वित्तीय लाभ हुआ। प्रसिद्ध व्यवसायी श्याम सुंदर मुंद्रा के स्वामित्व वाली उजास एनर्जी लिमिटेड इन व्यवसायों में से एक है। एक साल में, फर्म ने 20,634 प्रतिशत का रिटर्न दिया था।

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पूछताछ क्यों की जा रही है

Ujaas Energy के वित्तीय विवरणों के आधार पर, ऐसा लगता है कि निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। उजास एनर्जी की तरह, शेयर बाजार में कई और फर्म हैं जिन्होंने खराब प्रदर्शन के बावजूद अच्छा मुनाफा कमाया। फिर भी, इसमें बहुत कम कारोबार हुआ और प्रमोटरों के पास लगभग 89% शेयर थे।

क्या कहते हैं पेशेवर

जाने-माने शेयर बाजार विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार शराफत खान ने कहा कि उजास एक ऐसा शेयर है, जिसमें ऑपरेटर की सक्रियता को नकारा नहीं जा सकता। अब इस शेयर में काफी तेजी आ गई है और इसमें प्रवेश करना काफी खतरनाक है। चूंकि ये शेयर हमेशा कारोबार करते रहते हैं, इसलिए इनमें उतार-चढ़ाव काफी अधिक होता है। उन्होंने लोटस चॉकलेट शेयर (LCS) का उदाहरण देते हुए कहा कि यह लगातार 27 बार हायर सर्किट में रहा है और पिछले 9 दिनों से लोअर सर्किट लगा हुआ है। इसमें प्रवेश करना आसान नहीं है और न ही आप चाहें तो इससे बाहर निकल सकते हैं। शराफत ने संकेत दिया कि इस शेयर में अभी प्रवेश करना उचित नहीं है। यह काफी खतरनाक है।

उजास जैसे शेयर आपको ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं या फिर आपको नीचे भी दिखा सकते हैं। इस दृष्टिकोण में, उच्च स्तर पर शेयरों में प्रवेश करने से संभावित रूप से आपका सारा पैसा खत्म हो सकता है। ऐसे शेयरों में जल्दी शामिल होकर ही आप पैसा कमा सकते हैं, अन्यथा उच्च स्तर पर इनमें हिस्सेदारी हासिल करने का कोई फायदा नहीं है। उन्होंने बताया कि इस कंपनी का PE अनुपात काफी गिरकर 188 पर आ गया है। इससे पता चलता है कि निवेशक 1 रुपये कमाने के लिए 188 रुपये दे रहे हैं।

उजास की बुक वैल्यू 8.47 रुपये है। इसका वैल्यू वेट काफी ज्यादा है। फंडामेंटल एनालिसिस में यह शेयर पूरी तरह फेल हो गया है। शेयर बाजार के विश्लेषक योगेश बागोरा का भी मानना ​​है कि उजास एनर्जी के शेयर को ऑपरेटर ने खूब दौड़ाया है। इस कंपनी में ऐसी कोई खास बात नहीं है कि यह इतने कम समय में इतना चल सके। इस कंपनी को कोई बड़ा सरकारी ऑर्डर भी नहीं मिला है। उन्होंने दावा किया कि पीएम सूर्य घर योजना की बदौलत सोलर एंटरप्राइजेज फल-फूल रही हैं।

इसके तहत 2 किलोवाट तक के सोलर प्लांट पर 60,000 रुपये और 3 किलोवाट से ज्यादा के पावर प्लांट पर 78,000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है। इसकी वजह से मई में जब मोदी सरकार बनी तो सोलर कंपनियों के शेयरों में उछाल आया। फिर बजट में भी इस योजना को बरकरार रखा गया, जिसकी वजह से सोलर कंपनियों के शेयरों में तेजी से उछाल आया। बगौरा ने कहा कि SEBI को ऐसी परिस्थितियों में जांच करनी चाहिए कि यह शेयर इतनी तेजी से क्यों भागा? ऐसा सिर्फ उजास एनर्जी में ही नहीं, बल्कि कई छोटी और सूक्ष्म कंपनियों के शेयरों में भी हो रहा है।

शेयर बाजार के विश्लेषक सागर अग्रवाल ने दावा किया कि कारोबार के मालिक लगातार अपना स्वामित्व बढ़ा रहे हैं। कंपनी पहले सोलर प्लांट बनाती थी, फिर ट्रांसफॉर्मर बनाने लगी और अब इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल पर काम कर रही है। जब कंपनी विस्तार कर रही है, तो हर साल मुनाफा बढ़ रहा है। पिछले 5 सालों में कंपनी की शुद्ध आय 34.38 फीसदी की दर से बढ़ी है। जबकि उद्योग का औसत 17.52 फीसदी है। इस वजह से शेयर बाजार में इसे मजबूत प्रतिक्रिया मिल रही है।

उन्होंने दावा किया कि बाजार में ऐसे कई शेयर हैं, जो काफी तेजी से बढ़ते हैं। कंपनी को कोई घाटा नहीं हुआ है। अडानी में ट्रेडिंग चल रही है, इसलिए इसके शेयरों में ज्यादा तेजी नहीं आ रही है। उजास में बहुत ज्यादा वॉल्यूम नहीं है। इसके पास अतिरिक्त होल्डिंग्स हैं। इसका पी रेशियो 188 है। यह बेहद शानदार है। इस शेयर का विश्लेषण करने के लिए पी रेशियो की जांच की जाती है। इसमें कोई तकनीकी समस्या नहीं पाई गई है।

क्या फर्म की शुरुआत 2012 में हुई थी?

Ujaas Energy लिमिटेड की स्थापना मार्च 2012 में मध्य प्रदेश के राजगढ़ में हुई थी। यह देश की पहली फर्म थी जिसने सोलर पावर प्लांट से सोलर आरईसी का उत्पादन और बिक्री की। फर्म के इक्विटी शेयर 20 अक्टूबर 2011 को BSE लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड पर लॉन्च किए गए थे। 3 सितंबर को इसका बाजार मूल्य 5,458.3 करोड़ रुपये था।

पिछले 4 महीने शानदार रहे

1 नवंबर 2023 को उजास एनर्जी के एक शेयर की कीमत 2.1 रुपये थी। 21 मई 2024 को इसकी कीमत बढ़कर 43.8 रुपये हो गई। 28 मई को कंपनी का शेयर 160.95 रुपये पर पहुंच गया। 4 अगस्त तक शेयर की कीमत 426.55 रुपये पर पहुंच गई। 3 सितंबर को यह 518.35 रुपये पर पहुंच गई।

सोलर स्टॉक में निवेशकों का शानदार समय चल रहा है

सोलर एनर्जी से जुड़े शेयर बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। सोलर इंडस्ट्री से जुड़ी स्मॉलकैप कंपनियों ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। इनमें से वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज ने सबसे ज्यादा 1318% रिटर्न दिया है, जबकि WAA सोलर ने 561%, जोडिएक एनर्जी ने 393% और SJVN ने 236% रिटर्न दिया है। सोलर एनर्जी से जुड़ी कई कंपनियों के IPO में सबसे ज्यादा इस साल बाजार में उतरने वाली कंपनियों ने जोरदार रिटर्न दिया है। इस साल बाजार में उतरीं जीपी इको सॉल्यूशंस, इनसोलेशन एनर्जी लिमिटेड, सहज सोलर लिमिटेड के शेयरों ने भी बाजार में अच्छी बढ़त दर्ज की।

सरकार भी मेहरबान

भारत में सौर ऊर्जा का कारोबार काफी तेजी से फैल रहा है। सौर ऊर्जा से जुड़ी वस्तुओं के बाजार में भारी उछाल आया है। सरकार भी सौर ऊर्जा को समर्थन दे रही है। इस पर सब्सिडी भी दी जा रही है। प्रशासन ने बजट में सौर ऊर्जा से जुड़ी घोषणाएं भी की हैं। इसमें प्रधानमंत्री सूर्याघर मुफ्त बिजली योजना भी शामिल है। हालांकि, सरकार और सेबी इस बात से वाकिफ हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि आम निवेशक शेयर बाजार से जुड़ी ऐसी फर्मों के खेल में न फंसें।

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