Tata Motors Ltd Share: टाटा के इस शेयर में आई बड़ी उथल-पुथल, निवेशकों में बिकवाली की मची होड़
Tata Motors Ltd Share: आज की गतिविधि टाटा मोटर्स लिमिटेड के शेयरों पर केंद्रित है। टाटा समूह के इस शेयर में 9% से अधिक की गिरावट आई है। शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयर 684.25 रुपये के इंट्राडे लो (Intraday Low) पर आ गए। इसकी 52-सप्ताह की कीमत भी एक नया निचला स्तर है। शेयरों में गिरावट का कारण दिसंबर तिमाही का खराब प्रदर्शन हो सकता है। इधर, ब्रोकरेज कंपनी ने दिसंबर तिमाही की प्रतिकूल रिपोर्ट के जवाब में लक्ष्य मूल्य और रेटिंग दोनों को कम कर दिया है। आपको बता दें कि बुधवार को नतीजों की घोषणा से पहले टाटा मोटर्स का शेयर 3.6% की बढ़त के साथ दिन के अपने उच्चतम स्तर ₹ 754.65 पर बंद हुआ।
ब्रोकरेज की राय
वैश्विक ब्रोकरेज जेफरीज ने टाटा मोटर्स लिमिटेड (Tata Motors Limited) के लिए अपने लक्ष्य मूल्य को ₹ 930 से घटाकर ₹ 660 कर दिया है और इसके शेयरों को पिछली ‘खरीदें’ सिफारिश से घटाकर ‘अंडरपरफॉर्म’ कर दिया है। चीन और यूरोप में जेएलआर की खराब मांग, उच्च वारंटी लागत और ग्राहक अधिग्रहण लागत के कारण, जेफरीज ने साढ़े तीन साल के बढ़ते शेयरों के बाद टाटा मोटर्स की रेटिंग कम कर दी है। अपने नोट में, ब्रोकरेज ने कहा कि शेयर को इलेक्ट्रिक कार बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ यात्री और वाणिज्यिक वाहनों दोनों की मांग में कमी से लाभ होता है।
अन्य ब्रोकरेज कंपनियों के दृष्टिकोण
टाटा मोटर्स को अंतर्राष्ट्रीय ब्रोकरेज (International Brokerage) कंपनी यूबीएस ने ₹760 के लक्ष्य मूल्य के साथ “बेचने” की रेटिंग दी है। मॉर्गन स्टेनली ने ₹853 के लक्ष्य मूल्य के साथ कंपनी पर अपनी “बराबर वजन” स्थिति बनाए रखी है। ₹930 के लक्ष्य मूल्य पर, सीएलएसए ने कंपनी पर अपनी ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग बनाए रखी है।
लाभ में 22% की आई गिरावट
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में, टाटा मोटर्स की आय 22% घटकर 5,578 करोड़ रुपये रह गई। शेयर बाजार (Stock Market) को बुधवार को टाटा मोटर्स की अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही की आय प्राप्त हुई। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 7,145 करोड़ रुपये कमाए थे। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,10,577 करोड़ रुपये की तुलना में, Tata Group की कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए उसकी परिचालन आय 1,13,575 करोड़ रुपये थी। निगम के अनुसार, इसका कुल खर्च पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,04,494 करोड़ रुपये से बढ़कर सबसे हालिया तिमाही में 1,07,627 करोड़ रुपये हो गया।