Oil and Gas Stocks: मोदी सरकार के इस बड़े फैसले से ऑयल एंड गैस स्टॉक में आई धाकड़ तेजी
Oil and Gas Stocks: मोदी सरकार की बड़ी राहत देने की मंशा से तेल कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ रहा है। ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1% की बढ़ोतरी हुई है। जिन कंपनियों के शेयरों में बढ़ोतरी हुई है, उनमें IGL, ONGC, गुजरात गैस, GSPL, ऑयल इंडिया लिमिटेड, महानगर गैस लिमिटेड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, रिलायंस इंडस्ट्रीज, IOC और GAIL शामिल हैं।
डीजल और एविएशन फ्यूल (ATF) के निर्यात पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स को सरकार ने खत्म कर दिया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस कदम से तेल कंपनियों की कमाई बढ़ेगी और उन पर पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने का दबाव बनेगा।
1 जुलाई 2022 को सरकार ने पहली बार विंडफॉल टैक्स (Windfall Tax) लागू किया। इस लिहाज से यह उन देशों में शामिल हो गया, जो तेल कंपनियों द्वारा किए गए असाधारण मुनाफे पर टैक्स लगाते हैं। उस दौरान पेट्रोल और ATF पर 6 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगता था, जबकि डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगता था।
इसके अलावा, घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन पर 23,250 रुपये प्रति टन का अप्रत्याशित लाभ कर लगाया गया था। कर लगाए जाने के पहले वर्ष में सरकार ने लगभग 25,000 करोड़ रुपये एकत्र किए, उसके बाद 2023-2024 में 13,000 करोड़ रुपये और चालू वित्त वर्ष में 6,000 करोड़ रुपये एकत्र किए।
कर क्यों हटाया गया?
विशेषज्ञों के अनुसार, कर हटाने का निर्णय तब लिया गया जब वैश्विक तेल (Global Oil) की कीमतों में गिरावट शुरू हुई। भारत में कच्चे तेल का औसत आयात मूल्य अक्टूबर में 75.12 डॉलर प्रति बैरल से गिरकर नवंबर में 73.02 डॉलर प्रति बैरल हो गया। इस वर्ष अप्रैल में, औसत आयात मूल्य लगभग 90 डॉलर प्रति बैरल था।
अप्रत्याशित कर क्या है?
तेल व्यवसायों की अधिशेष आय इस कर के अधीन है। सरकार ने तब दावा किया था कि वैश्विक बाजार में तेल की बहुत अधिक कीमत के कारण भारतीय निगम (Indian Corporation) अपने सभी तेल को घरेलू स्तर पर बेचने के बजाय निर्यात करने का प्रयास कर रहे थे। ऐसी स्थिति में उन निगमों के उत्साह को कम करने के प्रयास में कई कर लगाए गए।