Stock Market Today : सेंसेक्स-निफ्टी में लगातार गिरावट का रुख, सेंसेक्स 800 अंक पर टूटा
Stock Market Today : भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। बाजार के मुख्य सूचकांक दबाव में कारोबार कर रहे हैं। सुबह 9:23 बजे निफ्टी 44 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,100 पर था, जबकि सेंसेक्स 173 अंक या 0.21 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,027 पर था। प्राथमिक बाजार सूचकांक (Primary Market Indices) में गिरावट आई है, हालांकि कुल मिलाकर बाजार का रुझान अभी भी मजबूत है।
कारोबारी दिन की शुरुआत होते ही सेंसेक्स 900 अंक से अधिक गिर गया, जबकि निफ्टी में भी 250 अंक से अधिक की गिरावट आई। सुबह 10:42 बजे तक शेयर बाजार काफी अस्थिर था। दोनों सूचकांकों में 1% की गिरावट देखी गई है। निफ्टी 50 249.45 अंक या 0.99% की गिरावट के साथ 24,895.65 पर था, जबकि बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 817.26 अंक या 0.99% की गिरावट के साथ 81,383.90 पर था। यह लगातार दूसरा दिन है जब बाजार में गिरावट का रुख है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 1368 हरे शेयर और 769 लाल शेयर हैं। स्मॉल और मिडकैप इक्विटीज का कारोबार भी अनिश्चित है।
निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 76 अंक या 0.39 प्रतिशत ऊपर 19,599 पर है, जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 59 अंक या 0.10 प्रतिशत नीचे 59,397 पर है। एनएसई पर पीएसयू बैंक, एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर, मीडिया और कमोडिटी इंडेक्स दबाव में हैं। आईटी, एफएमसीजी, आईटी और फार्मा (IT, FMCG, IT and Pharma) सभी बाजार में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
सेंसेक्स पैक (Sensex Pack) में सबसे ज्यादा लाभ पाने वालों में बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, एचयूएल, विप्रो, इंडसइंड बैंक, टीसीएस, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, नेस्ले, टाटा मोटर्स और टाटा स्टील शामिल हैं। सबसे ज्यादा नुकसान में इंफोसिस, एचसीएल टेक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस, एनटीपीसी, एसबीआई और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं। एशियाई बाजारों में असमान कारोबार देखने को मिल रहा है।
सियोल, शंघाई और टोक्यो सभी में गिरावट है। बैंकॉक और जकार्ता (Bangkok and Jakarta) के बाजार भी इसी समय बढ़ रहे हैं। गुरुवार को अमेरिकी बाजारों में मिलाजुला बंद हुआ। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, मध्यम अवधि में अमेरिकी बाजार बाजार की चाल तय करेंगे।
भारत की अर्थव्यवस्था बेहतरीन स्थिति में है। वित्त वर्ष 2024-2025 की पहली तिमाही में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में 47% की वृद्धि हुई। इस समय बाजार की मुख्य चिंता उच्च मूल्य है। हर शरद ऋतु में निवेशकों को उच्च गुणवत्ता वाले मूल्य वाले शेयर खरीदने चाहिए।