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Stock Market Opening: शेयर बाजार में आई हल्की खुशहाली, जानें सेंसेक्स-निफ्टी का हाल

Stock Market Opening: भारतीय शेयर बाजार ने आज, गुरुवार, 13 नवंबर को एक मिली-जुली शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में सकारात्मक धारणा (Positive Sentiment) के कारण प्रमुख सूचकांकों (Benchmark Indices) ने मामूली उछाल के साथ कामकाज शुरू किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE Sensex) लगभग 60 अंकों की बढ़त के साथ 84,525.89 के स्तर पर खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE Nifty 50) ने 25,906.10 के स्तर पर अपनी शुरुआत की। हालाँकि, यह प्रारंभिक गति (Initial Momentum) ज़्यादा देर तक टिक नहीं पाई। कुछ ही मिनटों के भीतर बाजार में मुनाफावसूली (Profit-Booking) का माहौल बन गया, और दोनों प्रमुख सूचकांक लाल निशान (Red Mark) में फिसल गए। इस गिरावट के पीछे की वजह क्षेत्रीय सूचकांकों (Sectoral Indices) का मिश्रित प्रदर्शन रहा।

Stock market opening
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किन क्षेत्रों ने बाजार को नीचे खींचा? (Sectoral Underperformance)

 

बाजार में आई इस शुरुआती कमजोरी में टेक्नोलॉजी सेक्टर का बड़ा हाथ रहा। शुरुआती कारोबार में निफ्टी आईटी इंडेक्स (Nifty IT Index) में सबसे अधिक 0.72 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) से जुड़े शेयरों पर दबाव देखा गया, जो संभवतः वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं (Global Economic Uncertainties) और मुद्रा दर अस्थिरता (Currency Rate Volatility) के कारण था।

इसके अलावा, दैनिक उपभोग की वस्तुएं (Fast Moving Consumer Goods) बनाने वाली कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाला निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स (Nifty FMCG Index) भी लगभग 0.30 प्रतिशत लुढ़क गया। निफ्टी ऑटो इंडेक्स (Nifty Auto Index) ने भी 0.10 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ कारोबार किया, जो कमजोर उपभोक्ता मांग (Weak Consumer Demand) के संकेतों को दर्शा सकता है।

बाजार की इस गिरावट में निवेशकों का जोखिम से बचना (Risk Aversion) भी एक कारक रहा। वे उन सेक्टर्स से पैसा निकाल रहे थे जो पिछले सत्रों में अच्छी बढ़त दिखा चुके थे, जिससे एक संतुलन बिन्दु (Equilibrium Point) बनाने की कोशिश हो रही थी।

किन क्षेत्रों में दिखी चमक? (Outperforming Sectors)

 

बाजार में नकारात्मक माहौल होने के बावजूद, कुछ क्षेत्रों ने मजबूत बाजार लचीलापन (Market Resilience) दिखाया। आज के कारोबार में सबसे ज़्यादा उछाल निफ्टी मेटल इंडेक्स (Nifty Metal Index) में दर्ज किया गया। यह सूचकांक 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था। मेटल शेयरों में यह तेजी (Surge) वैश्विक कमोडिटी की कीमतों (Global Commodity Prices) में वृद्धि और बुनियादी ढाँचे पर खर्च (Infrastructure Spending) बढ़ने की उम्मीदों से प्रेरित थी।

इसके साथ ही, निफ्टी फार्मा इंडेक्स (Nifty Pharma Index) भी हरे निशान में कारोबार करता दिखा, जो 0.25 प्रतिशत से अधिक बढ़कर ट्रेड कर रहा था। स्वास्थ्य सेवा (Healthcare) और फार्मा सेक्टर की यह मजबूती रक्षात्मक निवेश (Defensive Investment) की बढ़ती मांग को दर्शाती है, जहाँ निवेशक मंदी के माहौल में भी स्थिर आय (Stable Revenue) की उम्मीद करते हैं।

दिलचस्प बात यह रही कि निफ्टी बैंक इंडेक्स (Nifty Bank Index) भी हरे निशान में बना रहा, जो वित्तीय प्रणाली (Financial System) में विश्वास (Confidence) को दर्शाता है।

तिमाही नतीजों का असर: प्रमुख शेयरों में बड़ी बढ़त (Quarterly Results Impact)

 

कुछ व्यक्तिगत शेयरों ने अपनी मजबूत कमाई की रिपोर्ट (Earnings Report) के दम पर पूरे बाजार को समर्थन दिया। सुबह 9:30 बजे, सेंसेक्स में एशियन पेंट्स (Asian Paints) के शेयर लगभग 4.5 प्रतिशत के जबरदस्त उछाल (Sharp Jump) के साथ कारोबार कर रहे थे। यह उछाल कंपनी द्वारा अपनी दूसरी तिमाही (Q2) में मुनाफे में 47 प्रतिशत की वृद्धि (47% Profit Growth) दर्ज करने के बाद आया।

इसी तरह, टाटा स्टील (Tata Steel) के शेयरों में भी लगभग 2.5 प्रतिशत की मजबूत तेजी देखने को मिली। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणाम (Financial Results) जारी किए, जिसमें कंपनी के मुनाफे में 319 प्रतिशत की भारी वृद्धि (Massive Increase) हुई है, जिसने मेटल सेक्टर की तेजी को और बल दिया।

अन्य शेयरों में, बजाज फिनसर्व (Bajaj Finserv), भारती एयरटेल (Bharti Airtel), और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के शेयरों में भी 0.7 प्रतिशत से अधिक की उल्लेखनीय वृद्धि (Significant Gain) दर्ज की गई, जो विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी प्रवाह (Capital Inflow across Sectors) के वितरण को दर्शाता है। यह स्पष्ट करता है कि बाजार अब सूचकांकों के बजाय व्यक्तिगत स्टॉक प्रदर्शन (Individual Stock Performance over Indices) पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है। यह प्रवृत्ति निवेशकों के बीच सावधानीपूर्वक स्टॉक चयन (Cautious Stock Selection) की ओर इशारा करती है।


आगे की राह: अस्थिरता और वैल्यू इन्वेस्टिंग (Volatility and Value Investing)

 

बाजार में मौजूदा अस्थिरता (Volatility) बनी रहने की उम्मीद है, क्योंकि निवेशक अगले कुछ महीनों की आर्थिक दृष्टिकोण (Economic Outlook for the Coming Months) का आकलन कर रहे हैं। पॉलिसी दरें (Policy Rates), भू-राजनीतिक घटनाक्रम (Geopolitical Developments), और कॉर्पोरेट कमाई (Corporate Earnings) बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे। बुद्धिमान निवेशक (Prudent Investors) अब उन कंपनियों की तलाश कर रहे हैं जो मजबूत बुनियादी सिद्धांत (Fundamentals) और आकर्षक मूल्यांकन (Attractive Valuation) रखती हों।

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