Stock Market News: जानें, 26 जुलाई को कैसी रहेगी सेंसेक्स और निफ्टी की चाल
Stock Market News: 25 जुलाई को उथल-पुथल भरे कारोबारी सत्र के बाद, भारतीय बेंचमार्क सूचकांक (Indian Benchmark Indices) दिन के अंत में सपाट रहे। सेंसेक्स ने कारोबारी दिन का समापन 109.08 अंक या 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,039.80 पर किया, जबकि निफ्टी 7.40 अंक या 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,406.10 पर बंद हुआ। आज लगभग 1791 शेयरों में वृद्धि हुई, 1635 शेयरों में गिरावट आई और 77 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
निफ्टी में शीर्ष लाभ और हानि
निफ्टी पर सबसे अधिक लाभ पाने वालों में सन फार्मा, बीपीसीएल, ओएनजीसी, टाटा मोटर्स और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस (Sun Pharma, BPCL, ONGC, Tata Motors and SBI Life Insurance) शामिल थे। इसके विपरीत, निफ्टी में सबसे अधिक नुकसान उठाने वालों में टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, नेस्ले इंडिया और टाइटन कंपनी शामिल थे।
ऑटोमोटिव, पूंजीगत सामान, बिजली, तेल और गैस, स्वास्थ्य सेवा और मीडिया क्षेत्र (Automotive, capital goods, power, oil and gas, healthcare and media sectors) के सूचकांक सभी में 0.5% से 3% तक की वृद्धि हुई है। इसके विपरीत, दूरसंचार, बैंकिंग, आईटी, धातु और रियल एस्टेट में 0.5%-1% की गिरावट आई। बीएसई स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स में क्लोजिंग के समय थोड़ी गिरावट देखी गई।
भारतीय बाजारों में उतार-चढ़ाव
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर (Director Aditya Gaggar) ने बताया कि मासिक समाप्ति के दिन, भारतीय बाजारों ने प्रतिकूल वैश्विक संकेतों के कारण दिन की शुरुआत 150 अंकों से अधिक की गिरावट के साथ की। हालांकि, तेज गिरावट के बाद दिन के दौरान उल्लेखनीय तेजी भी देखी गई। इससे निफ्टी को मदद मिली और इसका नुकसान सिर्फ 7.40 अंकों का रहा। कारोबारी दिन के अंत में निफ्टी 24,406.10 पर बंद हुआ।
कार उद्योग (Car industry) में तेजी का दौर
विभिन्न उद्योगों की बात करें तो कार उद्योग में सबसे अधिक तेजी आई। इसके बाद ऊर्जा का स्थान रहा। रियल एस्टेट और धातुओं (Real estate and metals) में सबसे अधिक गिरावट आई। सुबह के निचले स्तर से ऊपर उठने के बावजूद, मिड और स्मॉल-कैप (Mid and Small-Cap) शेयरों का प्रदर्शन बेंचमार्क इंडेक्स से कम रहा। जैसा कि हम हमेशा देखते हैं, निफ्टी को 24,200 के आसपास मजबूती से समर्थन मिल रहा है। यह समर्थन सूचकांक द्वारा बनाए रखा जाएगा, और वृद्धि जारी रहेगी। फिर भी, निफ्टी को 24560 अंक के पास तत्काल प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है।
अमेरिकी तकनीकी (American Technical) नतीजों का प्रभाव और ऊर्जा क्षेत्र की संभावनाएं
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज (Geojit Financial Services) के विनोद नायर के अनुसार, उथल-पुथल भरे कारोबारी दिन के बाद, भारतीय बाजार सपाट बंद हुए। प्रमुख अमेरिकी तकनीकी व्यवसायों के निराशाजनक परिणामों ने भी दुनिया भर के बाजार में नकारात्मक भावना को बढ़ावा दिया। फिर भी, मांग बढ़ाने और ऊर्जा संक्रमण (Energy transition) के लिए बजटीय कमी को पूरा करने के सरकार के वादे ने इन उद्योगों के शेयरों को बढ़ाने में मदद की। खुदरा निवेशकों का बाजार के प्रति उत्साह भले ही कम न हो, लेकिन बड़ी-पूंजी वाली कंपनियों के अपने मौजूदा उच्च मूल्यांकन के कारण ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद है।
निफ्टी 24,200 के ऊपर टिके रहने की उम्मीद
रेलिगेयर ब्रोकिंग (Religare Broking) के अजीत मिश्रा के अनुसार, इस समेकन अवधि के दौरान बाजार में काफी मजबूती दिख रही है। ऐसे परिदृश्य में गिरावट पर खरीदारी के अवसरों की तलाश करते रहना समझदारी होगी। जब तक निफ्टी 24,200 से ऊपर बना रहेगा, तब तक इसमें तेजी की संभावना है। विभिन्न उद्योगों में देखे जाने वाले असंगत पैटर्न के मद्देनजर स्टॉक चयन पर विचार करना महत्वपूर्ण है। आगे के संकेतों के लिए, अंतर्राष्ट्रीय सूचकांकों (International Indices), विशेष रूप से अमेरिकी सूचकांकों पर सावधानीपूर्वक नज़र रखें।