Petrol-Diesel Prices: जानें, 21 जून को क्या हैं पेट्रोल-डीजल के ताजा दाम…
Petrol-Diesel Prices: औसत भारतीय का जीवन और देश की अर्थव्यवस्था पेट्रोल और डीजल की कीमत से काफी प्रभावित होती है। अगर आपूर्ति में रुकावट आती है या तेल की मांग में वृद्धि होती है तो कीमतें तुरंत प्रभावित होती हैं। चूंकि भारत अपनी कच्चे तेल की जरूरतों का लगभग 80% बाहर से आयात करता है, इसलिए वैश्विक बाजार (Global Market) में कच्चे तेल की कीमत में उतार-चढ़ाव और साथ ही रुपया-डॉलर विनिमय दर में बदलाव का पेट्रोल और डीजल की कीमत पर असर पड़ता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि ग्राहकों को सटीक और स्पष्ट जानकारी मिलती रहे, तेल विपणन कंपनियां (OMC) रोजाना सुबह 6 बजे सबसे हालिया दरें अपडेट करती हैं।

इसके अलावा, कर, रिफाइनरी खर्च और राज्य और संघीय परिवहन शुल्क सभी का पेट्रोल और डीजल की कीमत पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इसलिए, सटीक बजट योजना के लिए दैनिक आधार पर दर जानना आवश्यक है।
कच्चे तेल की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक
पेट्रोल और डीजल की दरें कच्चे तेल (Crude Oil) के अलावा आपूर्ति और मांग, कर और रिफाइनिंग लागत सहित कई कारकों से प्रभावित होती हैं। व्यक्तियों के लिए एक सटीक बजट बनाने के लिए, हर दिन नई जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।
प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें
- दिल्ली: डीजल की कीमत ₹87.67/लीटर, गैसोलीन की कीमत ₹94.77/लीटर है।
- मुंबई: डीजल की कीमत ₹90.03/लीटर, गैसोलीन की कीमत ₹103.50/लीटर है।
- कोलकाता: डीजल की कीमत 92.02/लीटर है, जबकि पेट्रोल की कीमत 105.41/लीटर है।
- चेन्नई: डीजल के लिए ₹92.39/लीटर और पेट्रोल के लिए ₹100.80/लीटर
- बेंगलुरु: डीजल के लिए ₹89.02/लीटर और पेट्रोल के लिए ₹102.92/लीटर
- गुरुग्राम: डीजल के लिए ₹87.65/लीटर और पेट्रोल के लिए ₹94.80/लीटर
- नोएडा: डीजल ₹88.19/लीटर और पेट्रोल ₹95.05/लीटर है।
- जयपुर: डीजल के लिए ₹90.21/लीटर और पेट्रोल के लिए ₹104.72/लीटर
- लखनऊ: डीजल के लिए ₹87.71/लीटर और पेट्रोल के लिए ₹94.61/लीटर
- पटना: डीजल की कीमत 91.49/लीटर है, जबकि पेट्रोल की कीमत 105.23/लीटर है।
दरें अब स्थिर क्यों हैं?
मई 2025 से पेट्रोल और डीजल की कीमत में बहुत ज़्यादा बदलाव नहीं आया है। इसका मुख्य कारण संघीय सरकार (Federal Government) और कुछ राज्यों द्वारा दी जाने वाली कर छूट है, जिससे लोगों को कुछ हद तक मदद मिली है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें
पेट्रोल और डीजल बनाने की लागत का ज़्यादातर हिस्सा कच्चे तेल का होता है। कीमतें दुनिया भर के बाज़ार में दरों में होने वाले बदलावों से सीधे प्रभावित होती हैं।
मुद्रा विनिमय दर
भारत में कच्चे तेल की ज़्यादातर खरीद डॉलर में होती है। जब रुपया कमज़ोर होता है तो तेल की कीमत ज़्यादा होती है, लेकिन जब रुपया मज़बूत होता है तो यह कम महंगा होता है।
सरकारी शुल्क
पेट्रोल और डीजल की कीमतें संघीय सरकार और राज्यों द्वारा लगाए जाने वाले करों से काफ़ी प्रभावित होती हैं। यही वजह है कि एक राज्य से दूसरे राज्य में कीमतें अलग-अलग होती हैं।
रिफाइनिंग की लागत
कच्चे तेल को पेट्रोल और डीजल में बदलने की प्रक्रिया भी बहुत महंगी है। तेल की गुणवत्ता और रिफाइनरी (Quality and Refinery) की लागत के आधार पर कीमत में उतार-चढ़ाव होता रहता है।
आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन
यदि आपूर्ति में कमी आती है या किसी भी कारण से मांग बढ़ती है तो कीमतें बढ़ने लगती हैं।
दैनिक अपडेट क्यों आवश्यक हैं?
वैश्विक बाजार से प्रभावित होने के अलावा, आपूर्ति, कर और मुद्रा दरों जैसे घरेलू कारक भी गैसोलीन और डीजल की कीमत में उतार-चढ़ाव का कारण बनते हैं। ऐसी परिस्थिति में व्यक्तियों के लिए दैनिक आधार पर जानकारी रखना फायदेमंद होता है ताकि वे अपनी लागतों को प्रभावी ढंग से व्यवस्थित कर सकें।
