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भारत में ब्याज दरों में कटौती फरवरी से पहले नहीं होगी: SBI प्रमुख

SBI: लगातार दूसरी बार अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की है। इसके बाद लोगों की भारतीय केंद्रीय बैंक (RBI) से उम्मीदें बढ़ गई हैं। हालांकि, देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI के प्रमुख सीएस शेट्टी का मानना ​​है कि भारत में ब्याज दरों में कटौती फरवरी से पहले नहीं होगी। SBI के चेयरमैन के मुताबिक, फरवरी में भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती कर सकता है।

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SBI के प्रमुख ने कही ये बात

शेट्टी ने शुक्रवार को तिमाही आंकड़े जारी करने के बाद कहा, “हमारा मानना ​​है कि पहली कटौती फरवरी में देखने को मिल सकती है।” इसका मतलब है कि जमाकर्ताओं को मिलने वाली उच्च ब्याज दरों में कोई कमी नहीं होगी। हालांकि, लोन लेने वाले ग्राहकों को फरवरी तक इंतजार करना पड़ सकता है। आरबीआई के गवर्नर ने चेताया है रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सीएस शेट्टी की टिप्पणी के साथ ही बढ़ती महंगाई को लेकर चेतावनी जारी की है।

रिजर्व बैंक के गवर्नर का मानना ​​है कि अक्टूबर की महंगाई दर सितंबर से आगे निकल जाएगी। सितंबर में महंगाई दर 5.5 फीसदी थी। चालू वित्त वर्ष के लिए रिजर्व बैंक ने 4.5% की मुद्रास्फीति दर का अनुमान लगाया है। सेंट्रल बैंक के अनुसार, वैश्विक तनाव में वृद्धि, कमोडिटी की कीमतें और अप्रत्याशित वर्षा सभी ने मुद्रास्फीति दर पर प्रभाव डाला है। आपको बता दें कि अगर रिजर्व बैंक कोई फैसला लेता है तो फरवरी 2023 के बाद पहली बार ब्याज दरों में कमी की जाएगी।

सीएस शेट्टी के अनुसार, अगर रिजर्व बैंक ब्याज दरें कम भी करता है तो भी बैंक की सेहत पर इसका मामूली असर ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट लोन के 42% से जुड़ा हुआ है।

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