Gold Price Today: सोने-चांदी के दाम में आई गिरावट, खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
Gold Price Today: आज सोने-चांदी के भाव थोड़े नरम नजर आ रहे हैं। सर्राफा बाजारों (Bullion Markets) में आज 24 कैरेट सोने की कीमत 78446 रुपये प्रति 10 किलो पर शुरू हुई, जो सोमवार को बंद भाव 78518 रुपये से 72 रुपये कम है। वहीं, चांदी के भाव में 718 रुपये की गिरावट आई है। यह IBA का रेट है, इस पर GST नहीं लगा है। चांदी का आज का शुरुआती भाव 93764 रुपये प्रति किलोग्राम था।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) 104 साल से अस्तित्व में है। दिन में दो बार, दोपहर और शाम को IBJA सोने के भाव घोषित करता है। भारतीय रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय द्वारा की गई कई घोषणाओं के अनुसार, ये दरें सॉवरेन और बॉन्ड सिक्योरिटीज जारी करने के लिए बेंचमार्क के रूप में काम करती हैं। IBJA हर सरकारी एजेंसी का एक घटक है और इसके 29 राज्यों में कार्यालय हैं।
14 और 23 कैरेट सोने की कीमत
अभी तक 23 कैरेट सोने की कीमत 72 रुपये घटकर 78132 रुपये प्रति 10 किलो हो गई है। वहीं, 22 कैरेट सोने के 10 ग्राम की कीमत 66 रुपये घटकर 718577 रुपये हो गई है।
हालांकि, 18 कैरेट सोने की कीमत आज 58835 रुपये प्रति 10 किलो से शुरू हुई और तब से इसमें 54 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है। वहीं, 14 कैरेट सोना आज 42 रुपये घटकर 45891 रुपये प्रति 10 किलो पर खुला।
इस साल चांदी की कीमत में 20369 रुपये की तेजी आई, जबकि सोने की कीमत में 15094 रुपये की तेजी आई। IBJA के मुताबिक, 1 जनवरी 2024 को बिना GST के 10 ग्राम सोने की कीमत 63352 रुपये होगी। दूसरी ओर, चांदी की कीमत 73395 रुपये प्रति किलोग्राम है।
सोना खरीदते समय इन चार बातों का रखें ध्यान
1. रेट चेक करके घर से निकलें: जिस दिन आप खरीदना चाहते हैं, उस दिन इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट (https://www.ibja.co/) पर जाकर मौजूदा रेट देखें। 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट वजन के सोने की कीमतें अलग-अलग होती हैं।
2. सोने का वजन चेक करें: आभूषण के वजन पर पूरा ध्यान दें। इसमें थोड़ा-बहुत अंतर होने पर कीमत पर काफी असर पड़ सकता है। इससे बचने के लिए आप ज्वैलर से सर्टिफिकेट (Certificate) भी मांग सकते हैं।
3. वैध बिल लें: असली बिल लें और हॉलमार्क (Hallmark) वाला सोना लें। बिल में हर वस्तु की जानकारी, कीमती धातु का शुद्ध वजन, उसकी कैरेट शुद्धता और हॉलमार्किंग चार्ज सभी शामिल होने चाहिए।
4. मेकिंग चार्ज पर मोल-भाव करें: चूंकि इस शुल्क को नियंत्रित करने वाला कोई कानून नहीं है, इसलिए ज्वैलर्स अपनी लागत का 2 से 20 प्रतिशत तक चार्ज करते हैं। नतीजतन, आपको मेकिंग शुल्क पर मोल-भाव करना पड़ता है। इस तरह से ज्वैलर थोड़ी छूट देता है।