Gold-Silver Price Today: 15 सितंबर 2025 को सोने-चांदी के भाव में आई बड़ी गिरावट, तुरंत पढ़ें नए रेट का नंबर 1 अपडेट
Gold-Silver Price Today 15 september 2025: कुछ दिनों को छोड़कर, सोने और चाँदी (Gold and Silver) की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हालाँकि, आज दोपहर फिर गिरावट दर्ज की गई। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार, सोमवार दोपहर तक 24 कैरेट सोने की कीमत 109603 रुपये प्रति 10 ग्राम, जबकि चाँदी की कीमत 127763 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। हालाँकि, अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने और चाँदी की कीमतें अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुँच गईं। दिल्ली में चाँदी की कीमत 1,32,000 रुपये प्रति किलोग्राम, जबकि सोने की कीमत 1,13,800 रुपये प्रति 10 किलो को पार कर गई। इसके अलावा, IBJA के अनुसार, 24 कैरेट, 23 कैरेट, 22 कैरेट, 18 कैरेट और 14 कैरेट सोने की नवीनतम कीमतें जानें।

कल सोने और चाँदी (Gold and Silver) की कीमतें क्या थीं
शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। दस ग्राम सोने की कीमत अब 1,13,800 रुपये है, जबकि एक किलोग्राम चांदी अब 1,32,000 रुपये प्रति किलोग्राम है। लगातार चौथे दिन 99.9% शुद्ध सोने की कीमत 700 रुपये बढ़कर 1,13,800 रुपये प्रति 10 किलो हो गई। यह इस साल का अब तक का उच्चतम स्तर है। इस साल सोने की कीमत में लगभग 44% की वृद्धि हुई है। 31 दिसंबर 2024 को सोने की कीमत 78,950 रुपये थी। इसके अतिरिक्त, 99.5% शुद्ध सोने के 10 ग्राम की कीमत 1,13,300 रुपये हो गई है। चांदी की कीमत में भी तेजी आई है। चांदी की कीमत 4,000 रुपये की तेजी के साथ 1,32,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो अब तक का उच्चतम स्तर है। इस साल चांदी की कीमत में लगभग 47% की वृद्धि हुई है। वैश्विक बाजार (Global Market) में भी चांदी और सोने की कीमतों में तेजी आई है।
विशेषज्ञों का क्या कहना है
अखिल भारतीय सर्राफा संघ और समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, दुनिया भर में मजबूत मांग और अमेरिका में ब्याज दरों में कमी के पूर्वानुमान सोने और चांदी की कीमतों को बढ़ा रहे हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी के अनुसार, अमेरिकी आर्थिक आंकड़े कीमती धातुओं की कीमतों में वृद्धि का कारण हैं। फेडरल रिजर्व (federal Reserve) द्वारा 2025 के अंत से पहले ब्याज दरों में कमी की बढ़ती उम्मीद के परिणामस्वरूप सर्राफा खरीद में वृद्धि हुई है। गांधी ने कहा कि एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में पर्याप्त निवेश और औद्योगिक धातुओं में तेजी का रुझान चांदी की कीमतों में वृद्धि के मुख्य कारण थे।
मीरा एसेट शेयरखान में कमोडिटीज और करेंसी प्रमुख प्रवीण सिंह के अनुसार, सोने के अनुकूल रुख अपनाने की उम्मीद है। लेकिन निकट भविष्य में, जोखिम लेने की प्रवृत्ति के कारण सुरक्षित निवेश की मांग में गिरावट आ रही है। अबांस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिंतन मेहता के अनुसार, निवेशक फेडरल रिजर्व की स्थिति, आगामी रोजगार बाजार के आंकड़ों और अमेरिकी राजनीतिक घटनाक्रमों पर कड़ी नज़र रखेंगे, जिनमें से सभी ब्याज दर के पूर्वानुमान को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ते भू-राजनीतिक खतरे (Geopolitical threats), स्थिर मुद्रास्फीति और ब्याज दरों में कमी की कमी ही मुख्य कारण हैं जिनकी वजह से सोना अभी भी खबरों में बना हुआ है। रिलायंस सिक्योरिटीज के जिगर त्रिवेदी के अनुसार, चांदी की आपूर्ति घट रही है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्रों में मांग बढ़ रही है। नतीजतन, चांदी की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं।
भविष्य में सोने और चांदी की कीमतें
वायदा बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अक्टूबर और दिसंबर डिलीवरी वाले सोने की कीमतें क्रमशः 1,09,553 रुपये और 1,10,640 रुपये प्रति 10 ग्राम थीं। वायदा बाजार में चांदी की कीमत भी 1,30,000 रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गई। अमेरिका में ब्याज दरों (interest rates in the usa) में कटौती की प्रतीक्षा में निवेशकों के लिए चांदी अधिक आकर्षक होती जा रही है।
