NTPC Shares: कमजोर बाजार में भी चमक रहे हैं NTPC के शेयर, जानिए वजह
NTPC Shares: सरकारी बिजली कंपनी NTPC 18,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। 21 जून 2025 को होने वाली अगली बोर्ड मीटिंग में इससे जुड़े प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। सोमवार 16 जून को कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग (Exchange Filings) में इस जानकारी का खुलासा किया। जानकारी से पता चलता है कि इस पैसे को जुटाने के लिए बॉन्ड का इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि NTPC के शेयरों पर इसका असर अब कम है, लेकिन BSE Sensex और Nifty 50 दोनों ही निगेटिव जोन में हैं, जबकि NTPC के शेयर 0.37% बढ़कर 335.00 रुपये पर हैं। बाजार खुलते ही 0.61% बढ़कर 335.80 रुपये पर पहुंच गया। एक साल की अवधि में शेयरों की चाल की बात करें तो वे पिछले साल 17 फरवरी 2025 को 292.70 रुपये के एक साल के उच्चतम स्तर और 30 सितंबर 2024 को 448.30 रुपये के एक साल के निम्नतम स्तर पर पहुंच गए थे।

NTPC पैसे मांग रही है, लेकिन क्यों?
21 जून, 2025 को होने वाली NTPC बोर्ड मीटिंग में ₹18,000 करोड़ जुटाने की योजना पर विचार किया जाएगा। सुरक्षित या असुरक्षित, कर योग्य या कर-मुक्त, रिडीमेबल, गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (NCD) सभी इस योजना में शामिल हैं। यह फंड जुटाने की रणनीति कंपनी की उस घोषणा से मेल खाती है, जिसमें उसने कुछ दिन पहले कहा था कि वह 17 जून को प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए ₹4 हजार करोड़ मूल्य के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (Non-Convertible Debentures) जारी करेगी। इस एनसीडी की परिपक्वता अवधि 10 साल, एक दिन है, यानी यह 18 जून, 2035 को परिपक्व होगी और इसकी कूपन दर 6.89% सालाना है। निगम के अनुसार, इस पैसे का इस्तेमाल सामान्य व्यावसायिक जरूरतों, पूंजीगत व्यय और ऋण पुनर्वित्तपोषण के लिए किया जाएगा। इन्हें एनएसई पर सूचीबद्ध किया जाएगा।
कंपनी कैसा प्रदर्शन कर रही है?
झारखंड में NTPC की उत्तरी कर्णपुरा सुपर थर्मल पावर परियोजना की यूनिट-3 (660 मेगावाट) ने पिछले सप्ताह अपना ट्रायल ऑपरेशन पूरा कर लिया। इसके साथ ही कंपनी की कुल स्थापित क्षमता एकल आधार पर 60,266 मेगावाट और समूह आधार पर 81,368 मेगावाट हो गई। कोयला आधारित इस बिजली संयंत्र (Power Plant) की तीनों यूनिट 660 से 660 मेगावाट के बीच हैं। वित्तीय सेहत की बात करें तो जनवरी से मार्च 2025 तक चलने वाले वित्त वर्ष 2025 की अंतिम तिमाही में NTPC का समेकित शुद्ध लाभ तिमाही आधार पर 22.6% बढ़कर ₹5,778 करोड़ हो गया। इस दौरान राजस्व भी 6% बढ़कर ₹43,903.7 करोड़ हो गया, लेकिन परिचालन लाभ 6% घटकर ₹11,255 करोड़ हो गया और मार्जिन 28.9% से घटकर 25.6% हो गया। फर्म ने वित्तीय प्रदर्शन के अतिरिक्त 3.35 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश घोषित किया है।
