Share Market: आज बाजार खुलते ही निवेशकों को लगा जैकपॉट, Sensex और Nifty बने रॉकेट
Share Market: अमेरिका के 90 दिन के पारस्परिक टैरिफ प्रतिबंध से आज घरेलू शेयर बाजार में काफी तेजी देखने को मिल रही है। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 22,750 अंक के पार पहुंच गया, जबकि BSE Sensex में 1,100 अंक से अधिक की तेजी आई। टाटा मोटर्स और सन फार्मा में करीब 4 फीसदी की तेजी आई है। सुबह 9:55 बजे BSE Sensex 1416.09 अंक यानी 1.92 फीसदी की तेजी के साथ 75,263.24 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) का निफ्टी भी 456.80 अंक यानी 2.04 फीसदी की तेजी के साथ 22,855.95 अंक पर पहुंच गया। इस तेजी के चलते बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6.97 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 400.79 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

चीन को छोड़कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जवाबी टैरिफ पर 90 दिन की रोक लगाने की घोषणा की है। चीन के पारस्परिक शुल्क को बढ़ाकर 145% कर दिया गया है। महावीर जयंती के कारण गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार बंद रहे। इसका असर आज बाजार पर देखने को मिला। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 की शुरुआत सकारात्मक रही। सबसे ज्यादा लाभ सन फार्मा, टाटा स्टील और टाटा मोटर्स को हुआ। हालांकि, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक और टीसीएस (Asian Paints, IndusInd Bank and TCS) में गिरावट देखी गई।
TCS के शेयर में गिरावट
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस के शेयरों में दिन की शुरुआत मामूली गिरावट के साथ हुई। वित्त वर्ष 2025 की आखिरी तिमाही में कंपनी की आय 1.7% गिरकर 12,224 करोड़ रुपये रह गई। यह विशेषज्ञों के अनुमान से कम है। विश्लेषकों ने इसकी कीमत 12,650 करोड़ रुपये आंकी थी। सेक्टोरल फ्रंट की बात करें तो मेटल और निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 3% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। निफ्टी ऑटो और हेल्थकेयर (Nifty Auto & Healthcare) में भी 2% से ज्यादा की बढ़त देखी गई। निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, आईटी, पीएसयू बैंक, रियल एस्टेट, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस के सूचकांकों में 1-2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन अन्य एशियाई बाजारों में गिरावट देखी गई। दक्षिण कोरिया के बाजार में 1.7% की गिरावट आई, जबकि जापान के निक्केई में 4.5% की गिरावट आई। अमेरिका में वायदा भी गिर गया। इसके अलावा, गुरुवार के कारोबारी सत्र में भी गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, 9 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय संस्थागत (International Institutional) निवेशकों ने लगातार नौवें दिन बिकवाली की। उन्होंने इस दौरान 4,358 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालांकि, लगातार तीसरे सत्र में घरेलू संस्थागत निवेशकों ने शुद्ध खरीदारी जारी रखी। उन्होंने इस दौरान 2,976 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।