Ola Electric Share: इस कंपनी को मिली बड़ी खुशखबरी, शेयर खरीदने के लिए उमड़े लोग
Ola Electric Share: आज गुरुवार के कारोबार का फोकस ओला इलेक्ट्रिक के शेयर हैं। फर्म के शेयरों में आज 3% तक की बढ़ोतरी हुई, जो इंट्राडे में 58.88 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। शेयरों में यह वृद्धि एक महत्वपूर्ण उन्नयन का परिणाम है। इलेक्ट्रिक कारों और वाहन घटकों (PLI-Vehicle Scheme) के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना ने वास्तव में देश की सबसे बड़ी ईवी फर्म ओला को प्रोत्साहन पाने वाला देश का पहला दोपहिया ईवी निर्माता बना दिया है। आपको बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 157.53 रुपये के 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। अभी तक, शेयर अपने 52-सप्ताह के शिखर से लगभग 64% गिर चुका है।

व्यवसाय ने विवरण किया प्रदान
व्यवसाय ने शेयर बाजार को बताया कि उसे योजना के तहत वित्त वर्ष 2023-2024 के निर्धारित विक्रय मूल्य के लिए कुल 73.74 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन मिला है। भारत सरकार (Government of India) ने अत्याधुनिक, पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ परिवहन विकल्पों के साथ-साथ घरेलू वाहन निर्माण को प्रोत्साहित करने के लक्ष्य के साथ PLI-वाहन पहल की शुरुआत की। PLI के लिए पात्र होना भारत में EV क्रांति में ओला इलेक्ट्रिक के नेतृत्व के साथ-साथ एक मजबूत स्थानीय विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के प्रति उसके समर्पण को दर्शाता है।
क्या है खासियत?
कंपनी ने शेयर बाजार को दी गई फाइलिंग में कहा, “हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (Ola Electric Technologies Pvt Ltd) को भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय से 5 मार्च, 2025 की तारीख का अनुमोदन आदेश मिला है।” ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए निश्चित बिक्री मूल्य के लिए 73.74 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन दिया गया है।
सितंबर 2021 में लॉन्च की गई PLI-वाहन योजना का उद्देश्य ऑटोमोटिव उद्योग में अत्याधुनिक, पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ गतिशीलता समाधानों के साथ-साथ स्थानीय निर्माण के उपयोग को प्रोत्साहित करना है। इस योजना पर पांच वर्षों में 25,938 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसका उद्देश्य आयात पर निर्भरता कम करना तथा देश को वैश्विक ईवी आपूर्ति श्रृंखला (Global EV Supply Chain) में एक प्रमुख भागीदार के रूप में स्थापित करना है।