Gold Rate Today: सोने-चांदी की कीमतों ने बदला अपना रुख, जानें लेटेस्ट रेट
Gold Rate Today: राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार (Bullion Market) में सोमवार को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को सोने की कीमत 80,000 रुपये के आसपास थी, लेकिन 450 रुपये की गिरावट के साथ यह 79,550 रुपये प्रति 10 किलो पर आ गई। इसके अलावा चांदी की कीमत 94,600 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई, यानी 600 रुपये की गिरावट।
सोने की कीमत में गिरावट का कारण
अंतरराष्ट्रीय बाजार (International market) में कमजोरी के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई है। वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स गोल्ड वायदा 0.66 प्रतिशत गिरकर 2,677 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) की बढ़त ने सोने पर दबाव बढ़ा दिया है। इस गिरावट में योगदान देने वाला एक और महत्वपूर्ण कारक अमेरिकी बॉन्ड की कीमतों में वृद्धि है। एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी विश्लेषक जतिन त्रिवेदी के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी जीत के बाद अमेरिकी बॉन्ड की कीमतों में बढ़ोतरी से सर्राफा बाजार में गिरावट आ रही है।
जानें कब तक जारी रहेगा गिरावट का सिलसिला
विशेषज्ञों के अनुसार, भविष्य में सोने और चांदी की कीमतों में और भी गिरावट आ सकती है। यदि डॉलर इंडेक्स उच्च स्तर पर बना रहता है और अमेरिकी बॉन्ड (US Bond) की कीमतें बढ़ती रहती हैं, तो सोने की कीमतों पर और दबाव पड़ सकता है। इसके अलावा, केंद्रीय बैंक की नीतियों और विश्व अर्थव्यवस्था की स्थिति का इन कीमतों पर प्रभाव पड़ सकता है।
चांदी की कीमत में मामूली उछाल
चांदी की कीमत में मामूली वृद्धि हुई है, जबकि सोने की कीमत में गिरावट आई है। एशियाई बाजारों (Asian Markets) में, कॉमेक्स चांदी वायदा 0.23 प्रतिशत बढ़कर 31.52 डॉलर प्रति औंस हो गया। दूसरी ओर, चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है और यह सोने की तुलना में कुछ हद तक स्थिर भी हो सकती है।
निवेशकों की सलाह
सोने और चांदी में निवेश करने वालों को बाजार में होने वाले इन बदलावों पर कड़ी नज़र रखने की ज़रूरत है। यदि इसकी कीमत में गिरावट जारी रहती है, तो निवेशकों के पास सोना खरीदने का शानदार मौका हो सकता है। साथ ही, निवेशक चांदी में मामूली वृद्धि के कारण इसे एक संभावना के रूप में देख सकते हैं।
सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का रुख शायद बना रहेगा, लेकिन यह कितने समय तक रहेगा, यह विश्व अर्थव्यवस्था (Global Economy) में भविष्य के घटनाक्रमों पर निर्भर करेगा। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और बाजार के उतार-चढ़ाव से अवगत होकर उचित निवेश करना चाहिए।